गोदावरी नदी में ६१ लोगों को ले जा रही नाव डूबी, बड़ा हदसा .....

बड़ा हादसा: गोदावरी नदी में 61 लोगों को ले जा रही नाव डूबी, 11 की मौत; बचाव जारी लापता लोगों की तलाश के लिए एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें राहत एवं बचाव कार्य में जुटी हैं।...देवीपटनम, एएनआइ। आंध्र प्रदेश के पूर्वी गोदावरी जिले में एक बड़े नाव हादसे में 11 लोगों की मौत हो गई। 61 सैलानियों से भरी नाव उफनती गोदावरी नदी में पलट गई। 23 लोगों को बचा लिया गया है। बाकी लोगों की युद्धस्तर पर तलाश की जा रही है। मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी ने मृतकों के परिजनों को 10 लाख रुपये मुआवजा देने की घोषणा की है।घटना के बाद सीएम जगनमोहन रेड्डी ने मुख्यमंत्री ने जिले में मौजूद सभी मंत्रियों को भी मौके पर पहुंचकर बचाव कार्यो पर नजर रखने के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही इलाके में सभी नाव सेवाओं को तत्काल बंद करने का आदेश दिया गया है।मुख्यमंत्री ने मांगी रिपोर्ट मुख्यमंत्री जगनमोहन रेड्डी ने हादसे पर दुःख प्रकट करते हुए अधिकारियों से इस हादसे पर विस्तृत रिपोर्ट देने को कहा है। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से युद्ध स्तर पर राहत एवं बचाव कार्य के निर्देश दिए हैं। साथ ही ऑपरेशन के लिए नौसेना के हेलिकॉप्टरों का भी उपयोग करने को कहा है।नौका सेवाओं के लाइसेंस निलंबितमुख्यमंत्री के निर्देश के बाद पूर्वी गोदावरी जिले के अधिकारियों ने क्षेत्र में सभी नौका सेवाओं के लाइसेंस निलंबित कर दिए हैं। नावों के लाइसेंस की जांच भी शुरू कर दी गई है।50 पर्यटक और 11 कर्मचारी सवार थे यह दुर्घटना पूर्वी गोदावरी जिले के देवीपाटनम मंडल में काचुलुरु गांव के पास हुई। नाव पर 61 व्यक्ति सवार थे, जिनमें 50 पर्यटक थे और 11 नाव में काम करने वाले कर्मचारी थे। बताया जा रहा है कि सैलानी गोदावरी नदी के पास पापिकोंडा की पहाड़ियों को देखने के लिए जा रहे थे।राहत बचाव में जुटी एनडीआरएफ राहत बचाव के लिए एनडीआरएफ की दो टीमों को लगाया गया है। हर एक टीम में 30 सदस्य हैं। वहीं, पर्यटन विभाग की दो नावों को भी बचाव कार्य में लगाया गया है।तेलंगाना के थे 22 सैलानी समाचार एजेंसी आइएएनएस के मुताबिक हादसे का शिकार हुई नाव में सबसे ज्यादा 22 सैलानी तेलंगाना के थे। ये सभी लोग हैदराबाद के रहने वाले थे। अधिकारियों ने बताया कि स्थानीय लोगों ने 23 लोगों को बचाया है।बताया जा रहा है कि गोदावरी नदी में कल तक लगभग 5 लाख क्यूसेक बाढ़ का पानी आ गया था, जिसके बाद पर्यटक सेवाएं रोक दी गईं थी। बाढ़ के पानी में कमी के के कारण अधिकारियों ने फिर से पर्यटक नौकाओं को अनुमति दे दी।