वाराणसी पीएसी सिपाही भर्ती परीक्षा में मेडिकल धांधली का किया खुलासा पुलिस ने , अपराधी हिरासत में बाक़ी की तालाश।


 गिरफ़्तारी के सम्बन्ध में प्राप्त समाचार के अनुसार पीएसी भर्ती हेतु जो परीक्षार्थी मेडिकल में फेल हो गए थे उनका पुनः मेडिकल 29 और 30 अगस्त को पुलिस लाइन में होना था। इस मेडिकल में गड़बड़ी के सम्बन्ध में पुलिस को कुछ जानकारी हाथ लगी। इससे संबंधित कुछ सूचनाएं और मिली तो सर्विलांस की मदद से पुलिस ने सुरागकशी शुरू कर दिया। सामने आया कि कुछ डॉक्टर और उनके करीबी लोग पहली बार के मेडिकल टेस्ट में असफल अभ्यर्थियों से पैसे के लेनदेन की बात कर उन्हें दोबारा होने वाले मेडिकल मुआयने में उत्तीर्ण करने का झांसा दे रहे थे। इस गिरोह से जुड़े लोगों ने कई अभ्यर्थियों से तगड़ी रकम भी वसूली किया है। सूचनाओं के आधार पर इंस्पेक्टर कैंट अश्वनी कुमार चतुर्वेदी ने तफ्तीश शुरू की। तफ्तीश के दौरान सामने आए तथ्यों और साक्ष्य के आधार पर दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया।आज गिरफ्तार अभियुक्तों को मीडिया के सामने पेश करते हुवे एसपी (नगर) दिनेश सिंह ने बताया कि इस प्रकरण में अन्य वांछित अभियुक्तों की गिरफ़्तारी का प्रयास जारी है। इनके नामो का खुलासा करते हुवे उन्होंने बताया कि वांछितो में कबीरचौरा अस्पताल के डॉ। एस के पांडेय, पीएसी 36वीं बटालियन रामनगर के आरक्षी रमेश सिंह, पुलिस लाइन गाजीपुर के राजेश कुमार सिंह और पवन कुमार जायसवाल की पुलिस को तलाश है। अन्य चार आरोपियों की तलाश के लिए पुलिस की दो टीम गठित की गई है।वाराणसी. प्रान्त में हुई पीएसी भर्ती हेतु मेडिकल परीक्षा में बड़ी धांधली का वाराणसी पुलिस ने सफल खुलासा किया है। इसको स्कैम कहना कही से गलत भी नही होगा। वाराणसी पुलिस ने इस धांधली का खुलासा करते हुवे जिला चिकित्सालय दीन दयाल उपाध्याय राजकीय अस्पताल के एक सर्जन डॉ शिवेश जायसवाल सहित दो को हिरासत में लिया है। दूसरा गिरफ्तार अभियुक्त आकाश बेनवंशी नारायणपुर का निवासी बताया जा रहा है।