उत्तर प्रदेश ब्यूरो विनोद सोनकर*
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चकबंदी की मांग को लेकर 28 घंटे चला ग्रामीणों का आमरण अनशन*
प्रशासन को चकबंदी से पूर्व की प्रक्रिया पूरी करने के लिए ग्रामीणों ने दी माह भर की मोहलत
पहली बार 1956 में अजगैवा जंगल में हुई थी चकबंदी
टिनिच (बस्ती )स्वतंत्र भारत में किसानों को यदि चकबंदी कराने के लिए 68 वर्षों तक इंतजार करना पड़े, तो यह पूरी व्यवस्था पर बड़ा सवाल खड़ा करता हैन लेकिन 28 घंटे के आमरण अनशन के बाद भानपुर तहसील क्षेत्र के अजगैवा क जंगल के किसानों को अब चकबंदी होने की उम्मीद जगी है। मंगलवार की दोपहर बाद नायब तहसीलदार पूजा वर्मा चकबंदी विभाग के अधिकारियों के साथ आमरण अनशन स्थल पर पहुंची और चकबंदी से पूर्व प्रक्रिया को पूरी कराने के लिए माह भर की मोहलत ली। ग्राम प्रधान मधुबाला चौधरी को पानी पिलाकर आमरण अनशन समाप्त करवाया। इससे पहले करीब आधे घंटे तक अधिकारियों और ग्रामीणों के बीच कई महत्वपूर्ण बिंदुओं पर चर्चा हुई।
भानपुर तहसील क्षेत्र के ग्राम पंचायत अजगैवा जंगल में पहली बार वर्ष 1956 में चकबंदी हुई थी। इसके बाद से अब तक यहां पर चकबंदी नहीं हुई है। तहसील कर्मियों और अधिकारियों की मिली भगत से इस गांव की चौदह सौ बीघे सरकारी भूमि को फर्जी तरीके से अपात्रों को पट्टा कर दिया गया था। दो वर्ष पूर्व ग्राम प्रधान मधुबाला चौधरी, प्रधान प्रतिनिधि चंद्रशेखर चौधरी सहित अन्य लोगों ने इसके लिए लंबी लड़ाई लड़ी। जिलाधिकारी से लेकर मुख्यमंत्री के जनता दरबार तक गुहार लगाई। फर्जी तरीके से हुए सभी पट्टे खारिज कर दिए गए। लेकिन अब जब तक नए सिरे से ग्राम पंचायत की चकबंदी नहीं होगी तब तक किसने की समस्याएं बनी रहेगी। पहले तो ग्राम प्रधान ने अधिकारियों से कई बार मिलकर चकबंदी प्रक्रिया शुरू कराने की अपील किया लेकिन जब बात नहीं बनी। सोमवार सुबह से प्रधान मधुबाला चौधरी की अवाई में सैकड़ो की संख्या में पंचायत भवन पर ग्रामीणों ने आमरण अनशन शुरू कर दिया। मंगलवार की दोपहर अचानक ग्राम प्रधान की आमरण अनशन स्थल पर तबियत बिगड़ गई। जैसे ही इस बात की सूचना अधिकारियों को मिली हाथ पांव फूल गए। इसके बाद प्रशासन और चकबंदी के जिम्मेदार मौके पर पहुंचे और आश्वासन के बाद आमरण अनशन को समाप्त करवाया। आमरण अनशन के दौरान शांति व्यवस्था और सुरक्षा के मद्देनजर चौकी प्रभारी टिनिच सचिंद्र की अगुवाई में एक दर्जन पुलिस कर्मियों की तैनाती की गई थी।
इस दौरान सहायक चकबंदी अधिकारी नरेंद्र सिंह, एलआइयू सब इंस्पेक्टर संजीव राव, शिव कुमार यादव, सीआइडी के ओमकार नाथ, डीके, कानूनगो विनोद शुक्ल, जहीर अहमद, जितेंद्र यादव, सरिता इंद्रावती केतकी सहित अन्य लोग मौजूद रहे।
फोटो ---भानपुर तहसील क्षेत्र के ग्राम पंचायत अजगैवा जंगल में प्रधान मधुबाला चौधरी को पानी पिलाकर आमरण अनशन समाप्त करवाती नायब तहसीलदार पूजा वर्मा।
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